Ží—Þ | Þ—¿ | •t‰Á | •t‰ÁƒŒƒxƒ‹ | •t‰ÁŽÒ | ŠŽŽÒ | –ò•i•t‰ÁƒŒƒxƒ‹ |
---|---|---|---|---|---|---|
–h‹ï | DF‘• | ‘ÏŠŽãLV5 | 28 | 446 | 1513 | 30 |
–h‹ï | ƒIƒp[ƒ‹ | ¶–½—Í | 80 | 1700 | 1700 | --- |
–h‹ï | ƒK[ƒlƒbƒg | ¶–½—Í | 73 | 554 | 1063 | 26 |
–h‹ï | ƒNƒ‰ƒ“Î | ‰ñ”ðLV3 | 73 | 554 | 1188 | 26 |
–h‹ï | ƒRƒXƒ‚ƒX | ‘Ï–£—¹LV5 | 73 | 827 | 515 | --- |
–h‹ï | ƒRƒXƒ‚ƒX | ‘Ï–£—¹LV5 | 73 | 827 | 875 | --- |
–h‹ï | ƒRƒXƒ‚ƒX | ‘Ï–£—¹LV5 | 78 | 867 | 1519 | 1 |
–h‹ï | ƒT[ƒhƒIƒjƒLƒX | •œŠˆLV5 | 86 | 123 | 986 | --- |
–h‹ï | ƒT[ƒhƒIƒjƒLƒX | •œŠˆLV5 | 86 | 315 | 2108 | --- |
–h‹ï | ƒXƒPƒ‹ƒgƒ“ƒcƒŠ[ | ‹z–‚LV5 | 85 | 721 | 1363 | --- |
–h‹ï | ƒXƒ`[ƒ‹ŠÊ | –hŒäLV5 | 71 | 795 | 795 | --- |
–h‹ï | ƒn[ƒxƒXƒgƒ€[ƒ“ | ‰ÁŒìLV5 | 73 | 402 | 570 | --- |
–h‹ï | ƒn[ƒxƒXƒgƒ€[ƒ“ | ‰ÁŒìLV5 | 73 | 402 | 570 | --- |
–h‹ï | ƒn[ƒxƒXƒgƒ€[ƒ“ | ‰ÁŒìLV5 | 73 | 827 | 1612 | --- |
–h‹ï | ƒn[ƒxƒXƒgƒ€[ƒ“ | ‰ÁŒìLV5 | 74 | 1272 | 1121 | --- |
–h‹ï | ƒn[ƒxƒXƒgƒ€[ƒ“ | ‰ÁŒìLV5 | 88 | 973 | 1946 | --- |
–h‹ï | ƒo[ƒ€ƒN[ƒwƒ“ | ”½Œ‚”½–‚ | 79 | 612 | 233 | --- |
–h‹ï | ƒo[ƒ€ƒN[ƒwƒ“ | ”½Œ‚”½–‚ | 85 | 721 | 413 | --- |
–h‹ï | ƒvƒjƒvƒjŽ} | ‚Õ‚É‚Õ‚É | 65 | 367 | 832 | --- |
–h‹ï | ƒ}ƒi‚ÌŽ´ | ”½Œ‚LV5 | 88 | 1680 | 1698 | 50 |
–h‹ï | ƒŠƒ|ƒ”ƒBƒ^[ƒ“ | –½’†LV5 | 64 | 1411 | 1411 | 50 |
–h‹ï | ƒƒPƒbƒg‰Ô‰Î | ”{‘¬LV2 | 38 | 631 | 631 | --- |
–h‹ï | ”ªŽè | ’Ç•—LV5 | 71 | 795 | 2081 | --- |
–h‹ï | „Ž÷ | ‘Ï—ìLV5 | 75 | 1524 | 193 | --- |
–h‹ï | ‰Á‘¬‘•’u | ”{‘¬LV5 | 72 | 1431 | 1431 | 30 |
–h‹ï | ‹x‚È”B | •‘•’ljÁ | 79 | 612 | 2260 | --- |
–h‹ï | 퓬CP‘‰Á | ÄŒ`¬ | 97 | 18 | 975 | 30 |
–h‹ï | Ž¡–üLV3 | —ÃŽ¡LV3 | 74 | 899 | 899 | 40 |
–h‹ï | —ùŠ¢ | –hŒäLV3 | 36 | 109 | 46 | --- |
–h‹ï | ¶–½Î | ޏ”s | 20 | 548 | 548 | --- |
–h‹ï | ˆÙ‹Éz | –‚–hLV5 | 78 | 867 | 2108 | 1 |
–h‹ï | ˆÙ‹Éz | –‚–hLV5 | 87 | 80 | 1791 | --- |
–h‹ï | g‚¢Ž´ | ˆÙí“Á« | 74 | 1032 | 1032 | --- |
–h‹ï | g‚¢Ž´ | ˆÙí“Á« | 75 | 533 | 1798 | --- |
–h‹ï | g‚¢Ž´ | ˆÙí“Á« | 87 | 465 | 320 | --- |
–h‹ï | އ–‚–@Î | •——ì—ÍLV4 | 66 | 1030 | 452 | 74 |
–h‹ï | Œ‹» | ¢ŠEŽ÷‚ÌŒb‚Ý | 0 | 138 | 138 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | •‘•’ljÁ | 0 | 183 | 183 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | ¢ŠEŽ÷‚ÌŒb‚Ý | 0 | 578 | 578 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | ’´‰Á‘¬ | 0 | 1646 | 1646 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | ‰ŠãLV4 | 37 | 1101 | 1308 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | W’†LV3 | 43 | 25 | 1249 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | •pLV3 | 48 | 1856 | 1797 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | ƒhª« | 49 | 426 | 426 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | Šˆ«LV5 | 50 | 1513 | 944 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | –‚pLV4 | 51 | 211 | 211 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | –½’†LV5 | 52 | 182 | 182 | 40 |
–h‹ï | Œ‹» | ƒhª« | 58 | 1043 | 1043 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | ƒhª« | 63 | 208 | 208 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | ‹zŽûLV3 | 68 | 469 | 469 | 40 |
–h‹ï | Œ‹» | ‰Á‘¬LV5 | 75 | 1482 | 1482 | --- |
–h‹ï | Œ‹» | –‚pLV5 | 75 | 1482 | 1128 | --- |
–h‹ï | ‘“‚¢Ž´ | ޏ”s | 0 | 1485 | 1485 | --- |
–h‹ï | ‘“‚¢Ž´ | •œŠˆLV3 | 60 | 2165 | 1485 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 80 | 160 | 616 | 1 |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 80 | 807 | 807 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 80 | 1151 | 1067 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 81 | 117 | 676 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 81 | 203 | 187 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 82 | 502 | 471 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 82 | 1049 | 280 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 82 | 1092 | 2072 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 82 | 1092 | 20 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 84 | 868 | 582 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 85 | 1724 | 1784 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 86 | 315 | 1191 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 86 | 315 | 1191 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 87 | 465 | 38 | --- |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 88 | 1680 | 2076 | 50 |
–h‹ï | –LõÎ | ‹zŽûLV5 | 97 | 18 | 59 | 30 |
–h‹ï | Ô‚¢‹Ê | ”½‰Šã | 51 | 1366 | 1366 | --- |
–h‹ï | ‹à„Î | ’Á’ÉLV2 | 43 | 1123 | 1123 | --- |
–h‹ï | ‰s‚¢’Ü | ž™ž™LV2 | 53 | 1389 | 1389 | --- |
–h‹ï | —•`—ë“x—U”–ò` | “€Œ‹ƒKƒX | 28 | 1367 | 1367 | 50 |
–h‹ï | ”B | ޏ”s | 0 | 303 | 303 | --- |
–h‹ï | “ªŠWœ | Šˆ—ÍLV2 | 43 | 1123 | 1123 | --- |
–h‹ï | ‰©ˆÀ‰Ø | ˆÙí“Á« | 80 | 480 | 1653 | --- |
–h‹ï | ‰©ˆÀ‰Ø | ˆÙí“Á« | 82 | 1049 | 516 | --- |
–h‹ï | •¯‚̉Q | ˆÅLV5 | 64 | 1411 | 2120 | 50 |
–h‹ï | •‰¤Î | ‘ÏŠŽãLV5 | 70 | 1035 | 1035 | --- |